उत्तर प्रदेशसिद्धार्थनगर 

सिद्धार्थनगर में रजनीश पटेल प्रकरण — मूर्ति विसर्जन के दौरान मारपीट और अपहरण के आरोप में चार पुलिसकर्मी गिरफ्तार

मनाली से दो और मोहाना से दो पुलिसकर्मी पकड़े गए — DIG बस्ती और ADG गोरखपुर ने किया मौके का निरीक्षण, सभी आरोपी निलंबित कर जेल भेजे गए

सिद्धार्थनगर।

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के मोहाना थाना क्षेत्र में हुई मारपीट और अपहरण के एक गंभीर मामले में चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह मामला 22 अक्टूबर की रात का है, जब लक्ष्मी प्रतिमा विसर्जन से लौट रहे लोगों को उंजी पेट्रोल पंप के पास एक व्यक्ति अचेत अवस्था में मिला था।

 

पास जाकर देखने पर वह व्यक्ति रजनीश पटेल पुत्र अशोक कुमार, निवासी गांधीनगर बर्डपुर नं. 09, चम्पापुर (थाना कपिलवस्तु) पाया गया। बताया जा रहा है कि रजनीश को मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिसकर्मियों ने अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले जाया था, जिसके बाद वह उंजी पेट्रोल पंप के पास गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला।

 

 

 

🚨 पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी और कार्रवाई

 

इस मामले में दर्ज मुकदमे के बाद चार पुलिसकर्मी – मनोज कुमार यादव, मंजीत कुमार सिंह, राजन सिंह और एक अन्य पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया।

 

इनमें से दो पुलिसकर्मी (मनोज कुमार यादव और मंजीत कुमार सिंह) को हिमाचल प्रदेश के मनाली से पकड़ा गया,

 

जबकि बाकी दो को मोहाना क्षेत्र से सोमवार को गिरफ्तार किया गया।

 

 

मंगलवार को चारों को विधिक कार्रवाई के बाद न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया।

चारों आरोपियों पर ₹25,000 का इनाम घोषित था।

 

 

 

⚖️ जांच और उच्चाधिकारियों की कार्रवाई

 

घटना के बाद 25 अक्टूबर को पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) बस्ती, संजीव त्यागी ने मौके का निरीक्षण किया।

इसके बाद 26 अक्टूबर को अपर पुलिस महानिरीक्षक (ADG) गोरखपुर जोन, अशोक जैन ने भी घटनास्थल पर जाकर जानकारी ली।

दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने घायल रजनीश पटेल के घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।

 

उच्च अधिकारियों के आदेश पर

 

चारों आरोपी पुलिसकर्मी निलंबित किए गए,

 

थाना प्रभारी को भी पुलिस लाइन हाजिर कर निलंबित कर दिया गया।

 

 

 

 

📜 मामले का विवरण

 

घायल के भाई अवनीश पटेल की तहरीर पर थाना मोहाना में मुकदमा संख्या 152/2025, धारा 109(1) और 140(1), भारतीय न्याय संहिता 2023 के अंतर्गत दर्ज किया गया।

गिरफ्तारी के लिए दो क्षेत्राधिकारियों की देखरेख में 7 टीमों का गठन किया गया था, जिन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को पकड़ लिया।

 

 

 

🗣️ एसपी सिद्धार्थनगर डॉ. अभिषेक महाजन ने कहा:

 

> “घटना अत्यंत गंभीर है। दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गई है। किसी भी स्थिति में कानून से ऊपर कोई नहीं है।”

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